Published on: 18 Sep 2025
*आईजीयू में इंटर कॉलेज कबड्डी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन।*
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी में इंटर कॉलेज कबड्डी (पुरुष एवं महिला वर्ग) खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें आईजीयू के अंतर्गत आने वाले विभिन्न महाविद्यालयों की 21 टीमों ने कबड्डी में भाग लिया। खेल कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि रेवाड़ी जिले के विधायक श्री लक्ष्मण यादव रहे। कुलसचिव प्रोफेसर दिलबाग सिंह ने मुख्य अतिथि श्री लक्ष्मण यादव का स्वागत किया।
कुलसचिव प्रोफेसर दिलबाग सिंह ने सभी टीमों को आशीर्वाद देते हुए कड़ी मेहनत के साथ अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ खेलों का भी जीवन में बहुत महत्व होता है। उन्होंने बताया कि कबड्डी हरियाणवी खेल संस्कृति का बहुत ही रोमांचक खेल है जिसमें खिलाड़ी अपने दम-खम से दूसरे खिलाड़ी को प्रस्त करते हुए आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि "जो मैदान में गिरने से नहीं डरता, वही असली खिलाड़ी होता है।" "कबड्डी का हर ‘रेड’ एक चुनौती है और हर ‘टच’-एक उपलब्धि।" खेलते रहिए, जीतते रहिए, और जीवन में कभी हार मत मानिए। उन्होंने सभी खिलाड़ियों से आह्वान करते हुए कहा कि सभी खिलाड़ी अपनी ईमानदारी, कर्मठता एवं कड़ी मेहनत के साथ आगे बढ़कर अपने गुरुओं व माता-पिता का नाम रोशन करते हुए विश्वविद्यालय को ओर ऊंचाइयों पर ले जाने में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा कि कुलपति प्रोफेसर असीम मिगलानी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय में इनडोर एवं आउटडोर स्टेडियम का कार्य प्रगति पर है। इनडोर एवं आउटडोर स्टेडियम बनने के बाद खिलाड़ियों के लिए बहुत से अवसर बनेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन खिलाड़ियों के लिए हर प्रकार की संभव सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर रहेगा।
मुख्य अतिथि श्री लक्ष्मण यादव ने सभी खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आज इस उत्साहपूर्ण वातावरण में आकर मुझे बेहद गर्व हो रहा है। कबड्डी सिर्फ एक खेल नहीं है - यह हमारे संस्कृति, परंपरा और आत्मबल का प्रतीक है। यह खेल मिट्टी से जुड़ा है, लेकिन आज इसकी पहचान पूरी दुनिया में है। उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले उन सभी खिलाड़ियों को बधाई देना चाहता हूँ जो आज इस मैदान पर उतर रहे हैं। आप सभी सिर्फ जीतने के लिए नहीं, बल्कि कभी न हार मानने की भावना के लिए मैदान में उतरते हैं। उन्होंने बताया कि कबड्डी हमें सिखाता है कि- साहस कैसे दिखाते हैं, टीमवर्क क्या होता है, हर गिरने के बाद उठना कितना जरूरी होता है। इस खेल में शरीर की ताकत जितनी ज़रूरी है, उतनी ही ज़रूरी है दिमाग की चतुराई और आत्म-नियंत्रण। एक खिलाड़ी अकेला सामने जाता है, रिस्क लेता है, रणनीति बनाता है और फिर अपनी टीम के पास लौट आता है - यह सब कुछ चुपचाप, बिना शोर के। यह खेल हमें यह भी सिखाता है कि हार से डरना नहीं है, बल्कि उससे सीखकर आगे बढ़ना है। उन्होंने सभी युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप ही भारत के भविष्य हैं। जो अनुशासन, परिश्रम और समर्पण आप इस खेल में दिखा रहे हैं- वही आपको जीवन के हर क्षेत्र में सफल बनाएगा।
श्री लक्ष्मण यादव ने खिलाड़ियों के हितों को देखते हुए कबड्डी खेल के लिए पुरुष एवं महिला वर्ग के लिए आईजीयू को दो मैट देने के लिए घोषणा की।
कबड्डी के महिला वर्ग टीम से प्रथम स्थान संस्कार भारती डिग्री कॉलेज, पाली, द्वितीय स्थान राजकीय कन्या महाविद्यालय, रेवाड़ी एवं तृतीय स्थान राजकीय महाविद्यालय, खरखड़ा ने प्राप्त किया। कबड्डी की पुरुष वर्ग की टीम से प्रथम स्थान आरपीएस डिग्री कॉलेज, बलाना, महेंद्रगढ़, द्वितीय स्थान केएलपी कॉलेज, रेवाड़ी तृतीय स्थान यदुवंशी डिग्री कॉलेज, नारनौल ने प्राप्त किया।
मुख्य अतिथि श्री लक्ष्मण यादव एवं कुलसचिव प्रोफेसर दिलबाग सिंह द्वारा सभी विजेता टीमों को पुरस्कृत किया गया एवं इंटर यूनिवर्सिटी 2025-26 के लिए खिलाड़ियों को चयनित किया गया। निदेशक, खेल विभाग, डॉ. अशोक कुमार ने सभी प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाते हुए उनको आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। खेल प्रतियोगिता में मंच संचालन डॉ. धर्मवीर एवं डॉ. अमनदीप द्वारा किया गया।
इस अवसर पर खेल सहायक निदेशक श्री देवेंद्र ढाका, अधिष्ठाता युवा कल्याण प्रोफेसर अदिति शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. विपुल यादव, प्रोफेसर सविता शयोराण, प्रोफेसर संजय हुड्डा, प्रोफेसर पंकज कुमार त्यागी, योगेश, नितिन, बिक्रम, डॉ. नरेश, डॉ. सत्यजीत, डॉ. हरि प्रकाश, डॉ. रामबीर, श्रीमती मनीषा, श्रीमती रचना शर्मा, डॉ. सरला, डिप्टी डायरेक्टर ऑडिट अनिल कुमार, वित्त अधिकारी अनिल कुमार, एसडीई श्री सुरेंद्र, जेई रविंद्र, जेई अनिल कुमार, अस्सिटेंट रजिस्ट्रार डॉ. अंशु, डॉ. रीना हुड्डा, डॉ. महावीर बड़क, प्रवीण कुमार, अमित कुमार, कपिल, सुरजीत, विक्रम सिंह सहित शिक्षक, गैर-शिक्षक कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।